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बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन दादा बनने वाले हैं. यह बात कोई और नहीं बल्कि खुद बिग बी ने कही है. अमिताभ ने ट्विटर पर लिख है कि वो दादा बनने वाले हैं.
सलमान ने मुंबई में लॉन्च किया ब्लैकबेरी प्लेबुक
ब्लैकबेरी फोन निर्माता कंपनी रिसर्च इन मोशन (आरआईएम) ने भारत में अपना नया टैबलेट प्लेबुक लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने इस प्लेबुक को लॉन्च करने के लिए अभिनेता सलमान खान को आमंत्रित किया.
प्लेबुक के लॉन्च के साथ ही इंडिया टुडे ग्रुप (English में पढ़ें) ने भी ब्लैकबेरी के लिए अल्टीमेट ब्राइडल ऐप्स लॉन्च किया है. 'द इंडिया ब्राइड लुक बुक ऐप्स' भारत के बेस्ट ब्राइडल फैशन का संग्रह है जिसमें नवीनतम डिजाइन को शोकेस किया गया है. ब्लैकबेरी ऐप्स वर्ल्ड पर यह नि:शुल्क उपलब्ध है.
भारत में इसकी कीमत 27 हजार से लेकर 38 हजार के बीच होगी जिसकी मेमोरी 16 जीबी से 64 जीबी के बीच होगी. प्लेबुक की स्क्रीन 7 इंच की है और यह एक बिल्कुल नए ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है जिसे क्यूएनएक्स सॉफ्टवेयर ने तैयार किया है. इस टैबलेट कंप्यूटर का वजन महज 425 ग्राम है.
इसे इस्तेमाल करने वाले वाईफाई के जरिए इंटरनेट से जुड़ सकते हैं या फिर अपने ब्लैकबेरी फोन को इससे जोड़कर भी आप इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकत हैं.
प्लेबुक में वीडियो चैटिंग की सुविधा भी दी गई है जिसके लिए इसमें पीछे की तरफ 5 मेगापिक्सल कैमरा दिया गया है जबकि सामने की तरफ 3 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है. प्लेबुक में ई-मेल के लिए ब्लैकबेरी ब्रीज दिया गया है जबकि परिवार और दोस्तों से जुड़े रहने के लिए ब्लैकबेरी मैसेंजर भी उपलब्ध है.
प्लेबुक में एक साथ एक से ज्यादा एप्लिकेशंस पर काम किया जा सकता है वो भी किसी भी एप्लिकेशन को बंद किए बिना. इसीलिए प्लेबुक में कोई होम बटन नहीं हैं क्योंकि इस्तेमाल करने वाले को नई एप्लिकेशन चलाने के लिए चल रही एप्लिकेशन को बंद करने की जरूरत नहीं होती है. इसके अलावा जीपीएस, एक्सीलरोमीटर, जायरोस्कोप, डिजिटिल कंपास और माइक्रो यूएसबी की सुविधा भी प्लेबुक आपको देता है. 1 गीगाहर्ट्ज ड्यूल कोर प्रोसेसर वाले इस टेब्लेट पीसी में आपको 1 जीबी की रैम लगी है.
प्लेबुक के लॉन्च के साथ ही इंडिया टुडे ग्रुप (English में पढ़ें) ने भी ब्लैकबेरी के लिए अल्टीमेट ब्राइडल ऐप्स लॉन्च किया है. 'द इंडिया ब्राइड लुक बुक ऐप्स' भारत के बेस्ट ब्राइडल फैशन का संग्रह है जिसमें नवीनतम डिजाइन को शोकेस किया गया है. ब्लैकबेरी ऐप्स वर्ल्ड पर यह नि:शुल्क उपलब्ध है.
भारत में इसकी कीमत 27 हजार से लेकर 38 हजार के बीच होगी जिसकी मेमोरी 16 जीबी से 64 जीबी के बीच होगी. प्लेबुक की स्क्रीन 7 इंच की है और यह एक बिल्कुल नए ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है जिसे क्यूएनएक्स सॉफ्टवेयर ने तैयार किया है. इस टैबलेट कंप्यूटर का वजन महज 425 ग्राम है.
इसे इस्तेमाल करने वाले वाईफाई के जरिए इंटरनेट से जुड़ सकते हैं या फिर अपने ब्लैकबेरी फोन को इससे जोड़कर भी आप इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकत हैं.
प्लेबुक में वीडियो चैटिंग की सुविधा भी दी गई है जिसके लिए इसमें पीछे की तरफ 5 मेगापिक्सल कैमरा दिया गया है जबकि सामने की तरफ 3 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है. प्लेबुक में ई-मेल के लिए ब्लैकबेरी ब्रीज दिया गया है जबकि परिवार और दोस्तों से जुड़े रहने के लिए ब्लैकबेरी मैसेंजर भी उपलब्ध है.
प्लेबुक में एक साथ एक से ज्यादा एप्लिकेशंस पर काम किया जा सकता है वो भी किसी भी एप्लिकेशन को बंद किए बिना. इसीलिए प्लेबुक में कोई होम बटन नहीं हैं क्योंकि इस्तेमाल करने वाले को नई एप्लिकेशन चलाने के लिए चल रही एप्लिकेशन को बंद करने की जरूरत नहीं होती है. इसके अलावा जीपीएस, एक्सीलरोमीटर, जायरोस्कोप, डिजिटिल कंपास और माइक्रो यूएसबी की सुविधा भी प्लेबुक आपको देता है. 1 गीगाहर्ट्ज ड्यूल कोर प्रोसेसर वाले इस टेब्लेट पीसी में आपको 1 जीबी की रैम लगी है.
सलमान ने मुंबई में लॉन्च किया ब्लैकबेरी प्लेबुक
ब्लैकबेरी फोन निर्माता कंपनी रिसर्च इन मोशन (आरआईएम) ने भारत में अपना नया टैबलेट प्लेबुक लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने इस प्लेबुक को लॉन्च करने के लिए अभिनेता सलमान खान को आमंत्रित किया.
प्लेबुक के लॉन्च के साथ ही इंडिया टुडे ग्रुप (English में पढ़ें) ने भी ब्लैकबेरी के लिए अल्टीमेट ब्राइडल ऐप्स लॉन्च किया है. 'द इंडिया ब्राइड लुक बुक ऐप्स' भारत के बेस्ट ब्राइडल फैशन का संग्रह है जिसमें नवीनतम डिजाइन को शोकेस किया गया है. ब्लैकबेरी ऐप्स वर्ल्ड पर यह नि:शुल्क उपलब्ध है.
भारत में इसकी कीमत 27 हजार से लेकर 38 हजार के बीच होगी जिसकी मेमोरी 16 जीबी से 64 जीबी के बीच होगी. प्लेबुक की स्क्रीन 7 इंच की है और यह एक बिल्कुल नए ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करता है जिसे क्यूएनएक्स सॉफ्टवेयर ने तैयार किया है. इस टैबलेट कंप्यूटर का वजन महज 425 ग्राम है.
इसे इस्तेमाल करने वाले वाईफाई के जरिए इंटरनेट से जुड़ सकते हैं या फिर अपने ब्लैकबेरी फोन को इससे जोड़कर भी आप इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकत हैं.
प्लेबुक में वीडियो चैटिंग की सुविधा भी दी गई है जिसके लिए इसमें पीछे की तरफ 5 मेगापिक्सल कैमरा दिया गया है जबकि सामने की तरफ 3 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है. प्लेबुक में ई-मेल के लिए ब्लैकबेरी ब्रीज दिया गया है जबकि परिवार और दोस्तों से जुड़े रहने के लिए ब्लैकबेरी मैसेंजर भी उपलब्ध है.
प्लेबुक में एक साथ एक से ज्यादा एप्लिकेशंस पर काम किया जा सकता है वो भी किसी भी एप्लिकेशन को बंद किए बिना. इसीलिए प्लेबुक में कोई होम बटन नहीं हैं क्योंकि इस्तेमाल करने वाले को नई एप्लिकेशन चलाने के लिए चल रही एप्लिकेशन को बंद करने की जरूरत नहीं होती है. इसके अलावा जीपीएस, एक्सीलरोमीटर, जायरोस्कोप, डिजिटिल कंपास और माइक्रो यूएसबी की सुविधा भी प्लेबुक आपको देता है. 1 गीगाहर्ट्ज ड्यूल कोर प्रोसेसर वाले इस टेब्लेट पीसी में आपको 1 जीबी की रैम लगी है.
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प्लेबुक में वीडियो चैटिंग की सुविधा भी दी गई है जिसके लिए इसमें पीछे की तरफ 5 मेगापिक्सल कैमरा दिया गया है जबकि सामने की तरफ 3 मेगापिक्सल का कैमरा दिया गया है. प्लेबुक में ई-मेल के लिए ब्लैकबेरी ब्रीज दिया गया है जबकि परिवार और दोस्तों से जुड़े रहने के लिए ब्लैकबेरी मैसेंजर भी उपलब्ध है.
प्लेबुक में एक साथ एक से ज्यादा एप्लिकेशंस पर काम किया जा सकता है वो भी किसी भी एप्लिकेशन को बंद किए बिना. इसीलिए प्लेबुक में कोई होम बटन नहीं हैं क्योंकि इस्तेमाल करने वाले को नई एप्लिकेशन चलाने के लिए चल रही एप्लिकेशन को बंद करने की जरूरत नहीं होती है. इसके अलावा जीपीएस, एक्सीलरोमीटर, जायरोस्कोप, डिजिटिल कंपास और माइक्रो यूएसबी की सुविधा भी प्लेबुक आपको देता है. 1 गीगाहर्ट्ज ड्यूल कोर प्रोसेसर वाले इस टेब्लेट पीसी में आपको 1 जीबी की रैम लगी है.
आरक्षण’ में मंडल आंदोलन का प्रसंग नहीं: प्रकाश झा
आरक्षण के चर्चित विषय को रुपहले पर्दे पर उतार रहे निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा ने कहा कि उनकी आगामी फिल्म ‘आरक्षण: इंडिया वर्सेज इंडिया’ में मंडल आयोग की सिफारिशों के लागू होने के बाद हुए आंदोलन का कोई प्रसंग नहीं है.
आगामी फिल्म ‘आरक्षण’ के प्रचार के सिलसिले में पटना पहुंचे प्रकाश झा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में शिक्षा व्यवस्था के माफियाकरण और व्यवसायीकरण के कारण जो दुविधापूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई है उस पर उनकी फिल्म केंद्रित है. फिल्म में मंडल आयोग के कारण हुए आंदोलन और चर्चित राजीव गोस्वामी के आत्मदाह का कोई प्रसंग नहीं है.
उन्होंने कहा कि आरक्षण समाज की सचाई है. इसके पक्ष और विपक्ष दोनों में तर्क दिये जा सकते हैं. शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण के कारण एक वर्ग को सीटें सुलभ हुई है तो किसी दूसरे वर्ग के लिए अवसर कम हुए हैं. प्रकाश झा ने कहा कि आरक्षण फिल्म में पिछले दो-तीन दशक में शिक्षा का जो परिदृश्य देश में उभरा है उसका उल्लेख है. आज वही सफल हो रहा है जिसके पास पैसा है, जिसके पास 10 करोड़ की संपत्ति है वह सरकार की अनुमति से विश्वविद्यालय खोल सकता है.
प्रकाश झा ने बताया कि अमिताभ बच्चन, मनोज वाजपेयी, दीपिका पादुकोण और सैफ अली खान अभिनीत यह फिल्म कोचिंग संस्थानों और निजी शैक्षिक संस्थानों के रूप में करोड़ों रुपये के चल रहे समांतर शिक्षा व्यवसाय की सच्चाई देश के सामने रखेगी. यह व्यवसाय प्रतिवर्ष 30 से 40 फीसदी की दर से प्रगति कर रहा है. यह फिल्म आगामी 12 अगस्त को देश भर में रिलीज होगी.
राजनीति में विफल रहने वाले प्रकाश झा ने शिक्षा के कारोबार के लिए नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में कई नेताओं के पास कई कई कालेज हैं. ऐसे कालेजों में अभिभावकों और विद्यार्थियों से पैसे की उगाही होती है.
आगामी फिल्म ‘आरक्षण’ के प्रचार के सिलसिले में पटना पहुंचे प्रकाश झा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में शिक्षा व्यवस्था के माफियाकरण और व्यवसायीकरण के कारण जो दुविधापूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई है उस पर उनकी फिल्म केंद्रित है. फिल्म में मंडल आयोग के कारण हुए आंदोलन और चर्चित राजीव गोस्वामी के आत्मदाह का कोई प्रसंग नहीं है.
उन्होंने कहा कि आरक्षण समाज की सचाई है. इसके पक्ष और विपक्ष दोनों में तर्क दिये जा सकते हैं. शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण के कारण एक वर्ग को सीटें सुलभ हुई है तो किसी दूसरे वर्ग के लिए अवसर कम हुए हैं. प्रकाश झा ने कहा कि आरक्षण फिल्म में पिछले दो-तीन दशक में शिक्षा का जो परिदृश्य देश में उभरा है उसका उल्लेख है. आज वही सफल हो रहा है जिसके पास पैसा है, जिसके पास 10 करोड़ की संपत्ति है वह सरकार की अनुमति से विश्वविद्यालय खोल सकता है.
प्रकाश झा ने बताया कि अमिताभ बच्चन, मनोज वाजपेयी, दीपिका पादुकोण और सैफ अली खान अभिनीत यह फिल्म कोचिंग संस्थानों और निजी शैक्षिक संस्थानों के रूप में करोड़ों रुपये के चल रहे समांतर शिक्षा व्यवसाय की सच्चाई देश के सामने रखेगी. यह व्यवसाय प्रतिवर्ष 30 से 40 फीसदी की दर से प्रगति कर रहा है. यह फिल्म आगामी 12 अगस्त को देश भर में रिलीज होगी.
राजनीति में विफल रहने वाले प्रकाश झा ने शिक्षा के कारोबार के लिए नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में कई नेताओं के पास कई कई कालेज हैं. ऐसे कालेजों में अभिभावकों और विद्यार्थियों से पैसे की उगाही होती है.
आरक्षण’ में मंडल आंदोलन का प्रसंग नहीं: प्रकाश झा
आरक्षण के चर्चित विषय को रुपहले पर्दे पर उतार रहे निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा ने कहा कि उनकी आगामी फिल्म ‘आरक्षण: इंडिया वर्सेज इंडिया’ में मंडल आयोग की सिफारिशों के लागू होने के बाद हुए आंदोलन का कोई प्रसंग नहीं है.
आगामी फिल्म ‘आरक्षण’ के प्रचार के सिलसिले में पटना पहुंचे प्रकाश झा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में शिक्षा व्यवस्था के माफियाकरण और व्यवसायीकरण के कारण जो दुविधापूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई है उस पर उनकी फिल्म केंद्रित है. फिल्म में मंडल आयोग के कारण हुए आंदोलन और चर्चित राजीव गोस्वामी के आत्मदाह का कोई प्रसंग नहीं है.
उन्होंने कहा कि आरक्षण समाज की सचाई है. इसके पक्ष और विपक्ष दोनों में तर्क दिये जा सकते हैं. शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण के कारण एक वर्ग को सीटें सुलभ हुई है तो किसी दूसरे वर्ग के लिए अवसर कम हुए हैं. प्रकाश झा ने कहा कि आरक्षण फिल्म में पिछले दो-तीन दशक में शिक्षा का जो परिदृश्य देश में उभरा है उसका उल्लेख है. आज वही सफल हो रहा है जिसके पास पैसा है, जिसके पास 10 करोड़ की संपत्ति है वह सरकार की अनुमति से विश्वविद्यालय खोल सकता है.
प्रकाश झा ने बताया कि अमिताभ बच्चन, मनोज वाजपेयी, दीपिका पादुकोण और सैफ अली खान अभिनीत यह फिल्म कोचिंग संस्थानों और निजी शैक्षिक संस्थानों के रूप में करोड़ों रुपये के चल रहे समांतर शिक्षा व्यवसाय की सच्चाई देश के सामने रखेगी. यह व्यवसाय प्रतिवर्ष 30 से 40 फीसदी की दर से प्रगति कर रहा है. यह फिल्म आगामी 12 अगस्त को देश भर में रिलीज होगी.
राजनीति में विफल रहने वाले प्रकाश झा ने शिक्षा के कारोबार के लिए नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में कई नेताओं के पास कई कई कालेज हैं. ऐसे कालेजों में अभिभावकों और विद्यार्थियों से पैसे की उगाही होती है.
आगामी फिल्म ‘आरक्षण’ के प्रचार के सिलसिले में पटना पहुंचे प्रकाश झा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देश में शिक्षा व्यवस्था के माफियाकरण और व्यवसायीकरण के कारण जो दुविधापूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई है उस पर उनकी फिल्म केंद्रित है. फिल्म में मंडल आयोग के कारण हुए आंदोलन और चर्चित राजीव गोस्वामी के आत्मदाह का कोई प्रसंग नहीं है.
उन्होंने कहा कि आरक्षण समाज की सचाई है. इसके पक्ष और विपक्ष दोनों में तर्क दिये जा सकते हैं. शिक्षण संस्थाओं में आरक्षण के कारण एक वर्ग को सीटें सुलभ हुई है तो किसी दूसरे वर्ग के लिए अवसर कम हुए हैं. प्रकाश झा ने कहा कि आरक्षण फिल्म में पिछले दो-तीन दशक में शिक्षा का जो परिदृश्य देश में उभरा है उसका उल्लेख है. आज वही सफल हो रहा है जिसके पास पैसा है, जिसके पास 10 करोड़ की संपत्ति है वह सरकार की अनुमति से विश्वविद्यालय खोल सकता है.
प्रकाश झा ने बताया कि अमिताभ बच्चन, मनोज वाजपेयी, दीपिका पादुकोण और सैफ अली खान अभिनीत यह फिल्म कोचिंग संस्थानों और निजी शैक्षिक संस्थानों के रूप में करोड़ों रुपये के चल रहे समांतर शिक्षा व्यवसाय की सच्चाई देश के सामने रखेगी. यह व्यवसाय प्रतिवर्ष 30 से 40 फीसदी की दर से प्रगति कर रहा है. यह फिल्म आगामी 12 अगस्त को देश भर में रिलीज होगी.
राजनीति में विफल रहने वाले प्रकाश झा ने शिक्षा के कारोबार के लिए नेताओं को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में कई नेताओं के पास कई कई कालेज हैं. ऐसे कालेजों में अभिभावकों और विद्यार्थियों से पैसे की उगाही होती है.
हाफ पैंट में ही ‘लता दीदी’ का ऑटोग्राफ लेने आ गए थे ‘पंचम दा’
संगीत की दुनिया में आर डी बर्मन और लता मंगेशकर की जोड़ी ने कई ऐतिहासिक गाने दिए हैं, पर कम ही लोगों को इस बात की जानकारी है कि आर डी ने जब पहली बार लता को देखा, तो वह शॉर्ट पहने हुए ही उनका ऑटोग्राफ लेने आ गए थे.
लता ने पंचम दा के जन्मदिन पर इस बात को याद किया है .
लता ने ट्विटर पर लिखा है, ‘आज मुझे 13-14 साल का एक छोटा लड़का याद आ रहा है, जो एस डी बर्मन साहब की रिकॉर्डिंग के दौरान खाकी शॉर्ट और सफेद शर्ट पहने हुए मेरे पास मेरा ऑटोग्राफ लेने आ गया था. बर्मन दा ने मुझसे कहा कि यह मेरा बेटा पंचम है, अभी सरोद सीख रहा है.’
उन्होंने लिखा है, ‘उस दिन मैं पहली बार पंचम से मिली. उसके कुछ सालों बाद मुझे महमूद साहब से यह सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि पंचम उनकी फिल्म में संगीत दे रहा है और वह मेरा गाना रिकॉर्ड करना चाहते हैं.’
लता ने लिखा है, ‘उस फिल्म का नाम ‘छोटे नवाब’ था और गाना था ‘घर आजा घिर आई.’ सुरों की मल्लिका ने लिखा है कि उन्हें गाना सुनने के बाद यह जानकर बड़ा अच्छा लगा कि इतना छोटा लड़का इतना अच्छा संगीत दे रहा है.
लता के मुताबिक, ‘मैंने वह गाना गाया और उसके बाद वह सिलसिला चलता रहा.. मैंने उसके संगीत में कई कमाल के गाने गाए, वह बहुत छोटी उम्र में इस दुनिया से चला गया, इसका मुझे बहुत दु:ख है, उसके जाने के बाद मैंने उसका आखिरी गाना ‘कुछ ना कहो’ रिकॉर्ड किया.’
उन्होंने लिखा है, ‘पंचम सच में बहुत महान संगीतकार था, आज उसके जन्मदिन पर मैं इतना ही कहती हूं कि पंचम तुम हम सबके दिलों में हमेशा रहोगे.’
लता ने पंचम दा के जन्मदिन पर इस बात को याद किया है .
लता ने ट्विटर पर लिखा है, ‘आज मुझे 13-14 साल का एक छोटा लड़का याद आ रहा है, जो एस डी बर्मन साहब की रिकॉर्डिंग के दौरान खाकी शॉर्ट और सफेद शर्ट पहने हुए मेरे पास मेरा ऑटोग्राफ लेने आ गया था. बर्मन दा ने मुझसे कहा कि यह मेरा बेटा पंचम है, अभी सरोद सीख रहा है.’
उन्होंने लिखा है, ‘उस दिन मैं पहली बार पंचम से मिली. उसके कुछ सालों बाद मुझे महमूद साहब से यह सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि पंचम उनकी फिल्म में संगीत दे रहा है और वह मेरा गाना रिकॉर्ड करना चाहते हैं.’
लता ने लिखा है, ‘उस फिल्म का नाम ‘छोटे नवाब’ था और गाना था ‘घर आजा घिर आई.’ सुरों की मल्लिका ने लिखा है कि उन्हें गाना सुनने के बाद यह जानकर बड़ा अच्छा लगा कि इतना छोटा लड़का इतना अच्छा संगीत दे रहा है.
लता के मुताबिक, ‘मैंने वह गाना गाया और उसके बाद वह सिलसिला चलता रहा.. मैंने उसके संगीत में कई कमाल के गाने गाए, वह बहुत छोटी उम्र में इस दुनिया से चला गया, इसका मुझे बहुत दु:ख है, उसके जाने के बाद मैंने उसका आखिरी गाना ‘कुछ ना कहो’ रिकॉर्ड किया.’
उन्होंने लिखा है, ‘पंचम सच में बहुत महान संगीतकार था, आज उसके जन्मदिन पर मैं इतना ही कहती हूं कि पंचम तुम हम सबके दिलों में हमेशा रहोगे.’
हाफ पैंट में ही ‘लता दीदी’ का ऑटोग्राफ लेने आ गए थे ‘पंचम दा’
संगीत की दुनिया में आर डी बर्मन और लता मंगेशकर की जोड़ी ने कई ऐतिहासिक गाने दिए हैं, पर कम ही लोगों को इस बात की जानकारी है कि आर डी ने जब पहली बार लता को देखा, तो वह शॉर्ट पहने हुए ही उनका ऑटोग्राफ लेने आ गए थे.
लता ने पंचम दा के जन्मदिन पर इस बात को याद किया है .
लता ने ट्विटर पर लिखा है, ‘आज मुझे 13-14 साल का एक छोटा लड़का याद आ रहा है, जो एस डी बर्मन साहब की रिकॉर्डिंग के दौरान खाकी शॉर्ट और सफेद शर्ट पहने हुए मेरे पास मेरा ऑटोग्राफ लेने आ गया था. बर्मन दा ने मुझसे कहा कि यह मेरा बेटा पंचम है, अभी सरोद सीख रहा है.’
उन्होंने लिखा है, ‘उस दिन मैं पहली बार पंचम से मिली. उसके कुछ सालों बाद मुझे महमूद साहब से यह सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि पंचम उनकी फिल्म में संगीत दे रहा है और वह मेरा गाना रिकॉर्ड करना चाहते हैं.’
लता ने लिखा है, ‘उस फिल्म का नाम ‘छोटे नवाब’ था और गाना था ‘घर आजा घिर आई.’ सुरों की मल्लिका ने लिखा है कि उन्हें गाना सुनने के बाद यह जानकर बड़ा अच्छा लगा कि इतना छोटा लड़का इतना अच्छा संगीत दे रहा है.
लता के मुताबिक, ‘मैंने वह गाना गाया और उसके बाद वह सिलसिला चलता रहा.. मैंने उसके संगीत में कई कमाल के गाने गाए, वह बहुत छोटी उम्र में इस दुनिया से चला गया, इसका मुझे बहुत दु:ख है, उसके जाने के बाद मैंने उसका आखिरी गाना ‘कुछ ना कहो’ रिकॉर्ड किया.’
उन्होंने लिखा है, ‘पंचम सच में बहुत महान संगीतकार था, आज उसके जन्मदिन पर मैं इतना ही कहती हूं कि पंचम तुम हम सबके दिलों में हमेशा रहोगे.’
लता ने पंचम दा के जन्मदिन पर इस बात को याद किया है .
लता ने ट्विटर पर लिखा है, ‘आज मुझे 13-14 साल का एक छोटा लड़का याद आ रहा है, जो एस डी बर्मन साहब की रिकॉर्डिंग के दौरान खाकी शॉर्ट और सफेद शर्ट पहने हुए मेरे पास मेरा ऑटोग्राफ लेने आ गया था. बर्मन दा ने मुझसे कहा कि यह मेरा बेटा पंचम है, अभी सरोद सीख रहा है.’
उन्होंने लिखा है, ‘उस दिन मैं पहली बार पंचम से मिली. उसके कुछ सालों बाद मुझे महमूद साहब से यह सुनकर बड़ा आश्चर्य हुआ कि पंचम उनकी फिल्म में संगीत दे रहा है और वह मेरा गाना रिकॉर्ड करना चाहते हैं.’
लता ने लिखा है, ‘उस फिल्म का नाम ‘छोटे नवाब’ था और गाना था ‘घर आजा घिर आई.’ सुरों की मल्लिका ने लिखा है कि उन्हें गाना सुनने के बाद यह जानकर बड़ा अच्छा लगा कि इतना छोटा लड़का इतना अच्छा संगीत दे रहा है.
लता के मुताबिक, ‘मैंने वह गाना गाया और उसके बाद वह सिलसिला चलता रहा.. मैंने उसके संगीत में कई कमाल के गाने गाए, वह बहुत छोटी उम्र में इस दुनिया से चला गया, इसका मुझे बहुत दु:ख है, उसके जाने के बाद मैंने उसका आखिरी गाना ‘कुछ ना कहो’ रिकॉर्ड किया.’
उन्होंने लिखा है, ‘पंचम सच में बहुत महान संगीतकार था, आज उसके जन्मदिन पर मैं इतना ही कहती हूं कि पंचम तुम हम सबके दिलों में हमेशा रहोगे.’
कामुक दृश्यों के भरोसे ही नहीं है मर्डर 2: इमरान हाशमी
‘मर्डर’ के सिक्वल को भले पहले की तुलना में ज्यादा उत्तेजक बताकर प्रचार किया जा रहा हो लेकिन फिल्म के मुख्य अदाकार इमरान हाशमी का कहना है कि फिल्म केवल कामुक दृश्यों पर ही नहीं टिकी है. निर्माता महेश भट्ट पहले ही कह चुके हैं कि अदाकारा जैक्लिन फर्नांडीज ने 2004 के मर्डर वाली मल्लिका को मादक अदाओं में पछाड़ दिया है. हाशमी ने कहा कि सिक्वेल फिल्म की पटकथा उतनी ही चुस्त है. उन्होंने कहा, ‘जब मर्डर 2 को जब कागज पर उतारा जा रहा था तो हम जानते थे कि हमें इसे नया, पहले से ज्यादा रोचक और चौंकाने वाला बनाना होगा.’
हाशमी ने कहा, ‘जब मर्डर रिलीज हुई थी तो यह उस वक्त की सबसे ज्यादा चर्चित फिल्म थी. यह पहली व्यवसायिक हिंदी फिल्म थी जिसमें उतनी कामुकता थी.’ उन्होंने कहा, ‘हालांकि फिल्म की कहानी भी बेहतरीन थी.’ 32 साल के अभिनेता मोहित सूरी निर्देशित इस फिल्म से भट्ट कैंप में वापसी कर रहे हैं.
हाशमी ने कहा, ‘जब मर्डर रिलीज हुई थी तो यह उस वक्त की सबसे ज्यादा चर्चित फिल्म थी. यह पहली व्यवसायिक हिंदी फिल्म थी जिसमें उतनी कामुकता थी.’ उन्होंने कहा, ‘हालांकि फिल्म की कहानी भी बेहतरीन थी.’ 32 साल के अभिनेता मोहित सूरी निर्देशित इस फिल्म से भट्ट कैंप में वापसी कर रहे हैं.
कामुक दृश्यों के भरोसे ही नहीं है मर्डर 2: इमरान हाशमी
‘मर्डर’ के सिक्वल को भले पहले की तुलना में ज्यादा उत्तेजक बताकर प्रचार किया जा रहा हो लेकिन फिल्म के मुख्य अदाकार इमरान हाशमी का कहना है कि फिल्म केवल कामुक दृश्यों पर ही नहीं टिकी है. निर्माता महेश भट्ट पहले ही कह चुके हैं कि अदाकारा जैक्लिन फर्नांडीज ने 2004 के मर्डर वाली मल्लिका को मादक अदाओं में पछाड़ दिया है. हाशमी ने कहा कि सिक्वेल फिल्म की पटकथा उतनी ही चुस्त है. उन्होंने कहा, ‘जब मर्डर 2 को जब कागज पर उतारा जा रहा था तो हम जानते थे कि हमें इसे नया, पहले से ज्यादा रोचक और चौंकाने वाला बनाना होगा.’
हाशमी ने कहा, ‘जब मर्डर रिलीज हुई थी तो यह उस वक्त की सबसे ज्यादा चर्चित फिल्म थी. यह पहली व्यवसायिक हिंदी फिल्म थी जिसमें उतनी कामुकता थी.’ उन्होंने कहा, ‘हालांकि फिल्म की कहानी भी बेहतरीन थी.’ 32 साल के अभिनेता मोहित सूरी निर्देशित इस फिल्म से भट्ट कैंप में वापसी कर रहे हैं.
हाशमी ने कहा, ‘जब मर्डर रिलीज हुई थी तो यह उस वक्त की सबसे ज्यादा चर्चित फिल्म थी. यह पहली व्यवसायिक हिंदी फिल्म थी जिसमें उतनी कामुकता थी.’ उन्होंने कहा, ‘हालांकि फिल्म की कहानी भी बेहतरीन थी.’ 32 साल के अभिनेता मोहित सूरी निर्देशित इस फिल्म से भट्ट कैंप में वापसी कर रहे हैं.
आइटम गर्ल के रूप में जलवे बिखेरेंगी वीना मलिक
बिग बॉस सीजन-4 के जरिए भारतीय दर्शकों के बीच खास पहचान बना चुकी पाकिस्तानी अभिनेत्री वीना मलिक बॉलीवुड में आइटम गर्ल के रूप में दस्तक देने की तैयारी में हैं. ‘मुन्नी बदनाम’ गीत को आवाज देने वाली गायिका ममता ही वीना मलिक के लिए तैयार गीत को आवाज देंगी.
फलक्रम फिल्म्स के बैनर तले फिल्म ‘फिर मुलाकात हो न हो’ का निर्देशन कर रहे बॉबी शेख ने बताया, ‘‘हम वीना मलिक को एक आइटम गीत के लिए अनुबंधित करने जा रहे हैं. उनसे इसके लिए बातचीत लगभग हो चुकी है.’’
उन्होंने बताया कि ‘मुन्नी’ और ‘शीला’ की तरह ही वीना का आइटम गीत लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होने की उम्मीद है.
‘रन’, ‘रंग दे बसंती’ जैसी फिल्मों में सहायक निर्देशक के तौर पर काम कर चुके बॉबी शेख की बतौर निर्देशक यह पहली फिल्म है जिसमें राजपाल यादव, कादर खान, प्रवीण कुमार एवं फिरोज खान (महाभारत के भीम एवं अर्जुन) और अरुण बाली का किरदार है.
शेख ने कहा कि मध्यम बजट की फिल्म होने के बावजूद इसमें टाइटैनिक और अवतार जैसी फिल्मों के टेक्नीशियन अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि फिल्मांकन दक्षिण के प्रख्यात सिनेमाटोग्राफर आर. जय प्रसाद कर रहे हैं. फिल्म की शूटिंग दो महीने में पूरी हो जाएगी और यह सिनेमाघरों में सितंबर में आ जाएगी.
आज के दौर की फिल्मों में अश्लीलता पर चिंता जताते हुए बॉबी शेख ने कहा, ‘‘मैंने ऐसी फिल्म बनाने का निर्णय किया है जिनमें प्यार का सही मतलब दिखाया गया है. इसमें नायक जिस लड़की को बचपन से प्यार करता है, उसके साथ रहने के बावजूद उसे हाथ तक नहीं लगाता.’’ उन्होंने बताया कि फिल्म में कुल छह गाने हैं, जिन्हें मशहूर गायक राहत फतेह अली खान, केके और आसिफ असलम ने गाया है.
फलक्रम फिल्म्स के बैनर तले फिल्म ‘फिर मुलाकात हो न हो’ का निर्देशन कर रहे बॉबी शेख ने बताया, ‘‘हम वीना मलिक को एक आइटम गीत के लिए अनुबंधित करने जा रहे हैं. उनसे इसके लिए बातचीत लगभग हो चुकी है.’’
उन्होंने बताया कि ‘मुन्नी’ और ‘शीला’ की तरह ही वीना का आइटम गीत लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होने की उम्मीद है.
‘रन’, ‘रंग दे बसंती’ जैसी फिल्मों में सहायक निर्देशक के तौर पर काम कर चुके बॉबी शेख की बतौर निर्देशक यह पहली फिल्म है जिसमें राजपाल यादव, कादर खान, प्रवीण कुमार एवं फिरोज खान (महाभारत के भीम एवं अर्जुन) और अरुण बाली का किरदार है.
शेख ने कहा कि मध्यम बजट की फिल्म होने के बावजूद इसमें टाइटैनिक और अवतार जैसी फिल्मों के टेक्नीशियन अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि फिल्मांकन दक्षिण के प्रख्यात सिनेमाटोग्राफर आर. जय प्रसाद कर रहे हैं. फिल्म की शूटिंग दो महीने में पूरी हो जाएगी और यह सिनेमाघरों में सितंबर में आ जाएगी.
आज के दौर की फिल्मों में अश्लीलता पर चिंता जताते हुए बॉबी शेख ने कहा, ‘‘मैंने ऐसी फिल्म बनाने का निर्णय किया है जिनमें प्यार का सही मतलब दिखाया गया है. इसमें नायक जिस लड़की को बचपन से प्यार करता है, उसके साथ रहने के बावजूद उसे हाथ तक नहीं लगाता.’’ उन्होंने बताया कि फिल्म में कुल छह गाने हैं, जिन्हें मशहूर गायक राहत फतेह अली खान, केके और आसिफ असलम ने गाया है.
आइटम गर्ल के रूप में जलवे बिखेरेंगी वीना मलिक
बिग बॉस सीजन-4 के जरिए भारतीय दर्शकों के बीच खास पहचान बना चुकी पाकिस्तानी अभिनेत्री वीना मलिक बॉलीवुड में आइटम गर्ल के रूप में दस्तक देने की तैयारी में हैं. ‘मुन्नी बदनाम’ गीत को आवाज देने वाली गायिका ममता ही वीना मलिक के लिए तैयार गीत को आवाज देंगी.
फलक्रम फिल्म्स के बैनर तले फिल्म ‘फिर मुलाकात हो न हो’ का निर्देशन कर रहे बॉबी शेख ने बताया, ‘‘हम वीना मलिक को एक आइटम गीत के लिए अनुबंधित करने जा रहे हैं. उनसे इसके लिए बातचीत लगभग हो चुकी है.’’
उन्होंने बताया कि ‘मुन्नी’ और ‘शीला’ की तरह ही वीना का आइटम गीत लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होने की उम्मीद है.
‘रन’, ‘रंग दे बसंती’ जैसी फिल्मों में सहायक निर्देशक के तौर पर काम कर चुके बॉबी शेख की बतौर निर्देशक यह पहली फिल्म है जिसमें राजपाल यादव, कादर खान, प्रवीण कुमार एवं फिरोज खान (महाभारत के भीम एवं अर्जुन) और अरुण बाली का किरदार है.
शेख ने कहा कि मध्यम बजट की फिल्म होने के बावजूद इसमें टाइटैनिक और अवतार जैसी फिल्मों के टेक्नीशियन अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि फिल्मांकन दक्षिण के प्रख्यात सिनेमाटोग्राफर आर. जय प्रसाद कर रहे हैं. फिल्म की शूटिंग दो महीने में पूरी हो जाएगी और यह सिनेमाघरों में सितंबर में आ जाएगी.
आज के दौर की फिल्मों में अश्लीलता पर चिंता जताते हुए बॉबी शेख ने कहा, ‘‘मैंने ऐसी फिल्म बनाने का निर्णय किया है जिनमें प्यार का सही मतलब दिखाया गया है. इसमें नायक जिस लड़की को बचपन से प्यार करता है, उसके साथ रहने के बावजूद उसे हाथ तक नहीं लगाता.’’ उन्होंने बताया कि फिल्म में कुल छह गाने हैं, जिन्हें मशहूर गायक राहत फतेह अली खान, केके और आसिफ असलम ने गाया है.
फलक्रम फिल्म्स के बैनर तले फिल्म ‘फिर मुलाकात हो न हो’ का निर्देशन कर रहे बॉबी शेख ने बताया, ‘‘हम वीना मलिक को एक आइटम गीत के लिए अनुबंधित करने जा रहे हैं. उनसे इसके लिए बातचीत लगभग हो चुकी है.’’
उन्होंने बताया कि ‘मुन्नी’ और ‘शीला’ की तरह ही वीना का आइटम गीत लोगों के बीच काफी लोकप्रिय होने की उम्मीद है.
‘रन’, ‘रंग दे बसंती’ जैसी फिल्मों में सहायक निर्देशक के तौर पर काम कर चुके बॉबी शेख की बतौर निर्देशक यह पहली फिल्म है जिसमें राजपाल यादव, कादर खान, प्रवीण कुमार एवं फिरोज खान (महाभारत के भीम एवं अर्जुन) और अरुण बाली का किरदार है.
शेख ने कहा कि मध्यम बजट की फिल्म होने के बावजूद इसमें टाइटैनिक और अवतार जैसी फिल्मों के टेक्नीशियन अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि फिल्मांकन दक्षिण के प्रख्यात सिनेमाटोग्राफर आर. जय प्रसाद कर रहे हैं. फिल्म की शूटिंग दो महीने में पूरी हो जाएगी और यह सिनेमाघरों में सितंबर में आ जाएगी.
आज के दौर की फिल्मों में अश्लीलता पर चिंता जताते हुए बॉबी शेख ने कहा, ‘‘मैंने ऐसी फिल्म बनाने का निर्णय किया है जिनमें प्यार का सही मतलब दिखाया गया है. इसमें नायक जिस लड़की को बचपन से प्यार करता है, उसके साथ रहने के बावजूद उसे हाथ तक नहीं लगाता.’’ उन्होंने बताया कि फिल्म में कुल छह गाने हैं, जिन्हें मशहूर गायक राहत फतेह अली खान, केके और आसिफ असलम ने गाया है.